• मंदिर का समय : सुबह 5.00 बजे से शाम 10.00 बजे तक

णमो अरिहंताणं,
णमो सिद्धाणं,
णमो आयरियाणं,
णमो उवज्झायाणं,
णमो लोए सव्व साहूणं ।
एसोपंचणमोक्कारो, सव्वपावप्पणासणो ।
मंगला णं च सव्वेसिं, पडमम हवई मंगलं ।

कार्यक्रम

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समीपवर्ती तीर्थ क्षेत्र

श्री पदमपुरा-22 कि.मी., श्री महावीरजी-48कि.मी. श्री चूलगिरी (खानियाजी)-20कि.मी. श्री ज्ञानोदय तीर्थ क्षेत्र नारेली (अजमेर)-25कि.मी., श्री तिजारा-225 कि.मी. श्री सुदर्शनोदय तीर्थक्षेत्र आंवा टॉंक-25 कि.मी. श्री भव्योदय तीर्थक्षेत्र रेवासा सीकर -25कि.मी., स्वस्ति धाम जहाजपुर -80 किमी.

धर्मशाला

क्षेत्र पर उपलब्ध आवास यात्री ठहराने की कुल क्षमता -700

55

ए.सी. कमरे (अटैच बाथरूम)

8

कमरे (नोन एसी)

40

नोन अटैच रूम

2

हॉल ए.सी.

6

एसी फ्लेट (3बीएचके)

भव्य प्राचीन वैभव युक्त कलापूर्ण 46 शिखरों युक्त मन्दिर है, मूलनायक अतिशयकारी प्रतिमा भगवान आदिनाथजी की लगभग 4000 वर्ष प्राचीन है| कुछ वर्ष पूर्व मुनिश्री सुधासागरजी महाराज द्वारा तलघर से चमत्कारी अमूल्य रत्नों की मूर्तियों कुछ दिनों के लिये दर्शनार्थ निकाली गई थी । क्षेत्र पर आचार्य ज्ञानसागर बालक छात्रावास एवं संतसुधासागर बालिका छात्रावास संचालित है।

मंदिर का इतिहास